देवास जिले का कन्नौद और खातेगांव जुड़ जाएगा रेल मार्ग से
विद्युतीकरण के साथ 205 किलोमीटर लंबी डलेगी रेल लाइन
परियोजना की कुल अनुमानित लागत 3261.82 करोड
नई दिल्ली। सरकार ने बुधनी से इंदौर के बीच विद्युतीकरण के साथ 205.5 किलोमीटर लम्बी नई रेल लाइन के निर्माण को आज मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में बुधनी से इंदौर (मांगलिया गांव) के बीच 205.5 किलोमीटर लम्बी नयी रेल लाइन के निर्माण को मंजूरी दी गई। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 3261.82 करोड़ रुपये है।

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पिछड़े क्षेत्र का विकास और इंदौर से जबलपुर के साथ-साथ इंदौर से मुंबई तक और दक्षिणी तरफ की यात्रा के समय में कमी लाना है, क्योंकि इससे भोपाल के माध्यम से वर्तमान उपलब्ध मार्ग की तुलना में 68 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। यह इस क्षेत्र में सार्वजनिक और उद्योगों के लिए बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करेगा। यह परियोजना क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान करने / उत्पन्न करने में भी मदद करेगा। परियोजना निर्माण के दौरान लगभग 49 .3 लाख लाख दिनों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी।
देवास जिले को होगा बड़ा फायदा..
प्रस्तावित लाइन बुधनी के वर्तमान यार्ड से प्रारंभ होगी और इंदौर के निकट पश्चिमी रेलवे के वर्तमान स्टेशन मांगलिया से जुड़ेगी। इस मार्ग पर 10 नए क्रॉसिंग स्टेशन और सात नए हॉल्ट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। नई लाइन से सिहोर, देवास तथा इंदौर जिलों को लाभ होगा और बुधनी से इंदौर के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। अभी बुधनी से बरखेड़ा घाट सेक्शन सहित भोपाल-इटारसी के भीड़ वाले मार्ग से जाना पड़ता है। इस रेल लाइन से देवास जिले को बड़ा फायदा मिलेगा। इससे देवास जिले का कन्नौद और खातेगांव क्षेत्र रेल लाइन से जुड़ जाएगा।