तत्कालीन कलेक्टर कमिश्नर और एसडीएम पर लगाए गंभीर आरोप
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने ली पत्रकार वार्ता
दिलीप मिश्रा

देवास। देवास के रामनगर से बावड़िया तक बने फ्लाई और ब्रिज की विसंगतियों को लेकर पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता दीपक जोशी और दिलीप बांगर आज पत्रकारों से रूबरू हुए। पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने तत्कालीन कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला निगम कमिश्नर विशाल सिंह और एसडीएम प्रदीप सोनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह ब्रिज भोपाल चौराहे से इंदिरा गांधी प्रतिमा तक बनना था किंतु इस बीच समदडिया ग्रुप को प्रशासन द्वारा दी गई जमीन की वैल्यू ब्रिज बनने से कम हो जाती इसलिए समदडिया ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए अमर, अकबर, एंथोनी ने फ्लाई ओवर ब्रिज का स्थान ही बदल डाला। इन लोगों ने बगैर किसी अनुमति के इसे बदलने का काम किया है इसकी जानकारी उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की है।
क्या आरोप लगाए पूर्व मंत्री जोशी ने
पूर्व राज्यमंत्री दीपक जोशी ने कहा की शासन आदेश अनुसार आदेश पर क्रियान्वयन करने का कार्य अधिकारियो का है, परन्तु दुर्भाग्य की बात है की ब्रिज निर्माण जिस स्थान पर होना था, वह न होकर अन्य स्थान पर उसका निर्माण अपनी मन मर्जी से करा दिया। स्थान परिवर्तन करने के पीछे कहीं न कहीं अधिकारीयों ने आर्थिक लाभ अर्जीत किया है। आपने आशंका प्रकट करते हुए कहा कि अगर यह ब्रिज निर्धारित स्थान पर निर्मित होता तो जो समदडिया बिल्डर्स ने नगर निगम की भगवती सराय नगर निगम कार्यालय भुमि एवं जिला कलेक्टर कार्यालय की भूमि जो पुनः धनत्वीकरण के तहत भूमि क्रय कि है उसका बाजारु मुल्य कम हो जाता उसे आर्थिक नुकसान उठाना पडता, एक बिल्डर्स को आर्थिक लाम पहुंचाने के उद्देश्य से शासन के आदेश का उल्लंघन किया एवं गलत स्थान पर ब्रिज का निर्माण किया।
जगह बदली तो दुर्घटनाओं का कारण बना ब्रिज
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि इस फ्लाई ओवर ब्रिज को उसके निर्धारित स्थान से जगह और डिजाइन बदलकर बनाए जाने के चलते यहां आये दिन दुर्घटना घटित होकर अनेक परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई। इसका जवाबदार कोन? देवास में तत्कालिक कलेक्टर ने सयाभये कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत को चरितार्थ कर मनमर्जी करते हुए अपना पद का दुरुपयोग किया है, ऐसे अधिकारी जिन्होंने नियम विरुद्ध कृत्य किया है, ऐसे अधिकारियों को जिम्मेदार पदों से हटकर इसकी पूरी वसूली इन्हीं से की जानी चाहिए और ब्रिज भोपाल चौराहा से इंदिरा गांधी प्रतिमा तक ब्रिज बनाया जाना चाहिए।
जरूरत पड़ी तो न्यायालय तक जाएंगे
स्थान परिवर्तन अपनी मर्जी से करते हुए नियम विरुद्ध जो कार्य तत्कालिक कलेक्टर ने किया है उसके विरुद्ध योग्य कार्यवाही करने हेतु शासन एवम न्यायपालिका तक जनता के हित में हमे जाना पड़ा तो हम अवश्य जाएंगे। प्रेसवार्ता में वरिष्ठ पूर्व पार्षद दिलीप बांगर ने भी ब्रिज निर्माण विसंगति को लेकर अपनी बात रखी।